रायपुर

Kharora Crime News: खरोरा में पत्नी और बेटी की निर्मम हत्या..पति ने ऐसे दिया वारदात को अंजाम

Kharora Crime News: योगेश वर्मा ने 8 मई को अपनी बड़ी बेटी भारती की शादी की थी, तभी से उसे अपनी मां जानकी और छोटी बेटी के चरित्र पर और भी..

रायपुर,Kharora Crime News: राजधानी से लगे खरोरा के घिवरा गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. गांव में रहने वाले एक पति ने अपनी पत्नी और बेटी की हत्या कर दी, जिससे गांव में दहशत का माहौल है. पुलिस के मुताबिक आरोपी पति योगेश वर्मा अपने बेटे विवेक कुमार वर्मा के साथ पत्नी जानकी और छोटी बेटी लवली के साथ रहता था और नशे का आदी था. (Kharora Double Murder News) आरोपी अपनी पत्नी और बेटी के चरित्र पर शक करता था. इस बात को लेकर घर में आए दिन विवाद होता था।

(Kharora Crime News) मां बेटी की निर्मम हत्या के बाद गांव में ही मृतका जानकी के घर में मातम पसरा हुआ है

पड़ोसियों के मुताबिक आज भी देर शाम को आरोपी योगेश वर्मा नशे में घर पहुंचा और घर में जमकर विवाद करने लगा जिसकी आवाज घर के बाहर तक आई। आरोपी के बेटे विवेक के मुताबिक सोमवार को वह अपने मामा के साथ रायपुर गया हुआ था और दिन में ही वापस गांव आकर मामा के ही घर खाना खाकर सो गया था। देर शाम को जब अपने घर पहुंचा तो दरवाजा खटखटाने पर जब किसी ने दरवाजा नही खोला तो अपने मामा को बुलवाकर अपने घर की छत पर चढ़कर देखा। उसकी मां जानकी वर्मा जिसके गले पर एक गमछा बंधा हुआ था और वो कमरे में मृत पड़ी थी जिससे गला घोंटकर हत्या करना प्रतीत होता है।

उसके बाद वो अपनी बहन के कमरे में जाकर देखा तो वहां खून से लथपथ

उसकी 19 साल की बहन पड़ी मिली जबकि घर से उसके पिता गायब मिले।घटना की सूचना जब पुलिस को दी गई तो पुलिस मौके पर पहुंची और शुरुआती जांच के बाद घर को सील कर दिया और आरोपी पति की तलाश शुरू कर दी. इस जांच में आरोपी योगेश को खरोरा-तिल्दा रोड से गिरफ्तार किया गया. आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने ही अपनी पत्नी और छोटी बेटी की हत्या की है.दरअसल योगेश वर्मा ने 8 मई को अपनी बडी बेटी भारती की शादी की थी, तब से वो उसकी मां जानकी और छोटी बेटी के चरित्र पर और ज्यादा शक करने लगा था। संभवतः इसी शक में उसने दोनों को मौत के घात उतार दिया। मां बेटी की निर्मम हत्या के बाद गांव में ही मृतका जानकी के घर में मातम पसरा हुआ है।

 

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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